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Weather Of MP: मप्र में मौसम की रंगपंचमी, लू, ओले,आंधी-तूफान, जबलपुर समेत 15 जिलों में बारिश का अलर्ट

रविवार को जबलपुर, शहडोल संभाग के जिलों में कहीं-कहीं तेज रफ्तार से हवाएं चलने के साथ वर्षा होने की संभावना है। शेष क्षेत्रों में आंशिक बादल बने रह सकते हैं, लेकिन वातावरण शुष्क होने से दिन के तापमान में बढ़ोतरी होने लगेगी।

HIGHLIGHTS

  1. अप्रैल में तीखे होंगे गर्मी के तेवर, लू के दिनों की संख्या बढ़ेगी
  2. जबलपुर, शहडोल संभाग के जिलों में आज वर्षा होने के आसार
  3. सतना में लू चली, दमोह, खजुराहो, मंडला एवं सतना में गर्म रातें रहीं

 

 

इंदौर । वर्तमान में अलग-अलग स्थानों पर पांच मौसम प्रणालियां बनी हुई हैं। हवाओं का रुख भी दक्षिण-पूर्वी बना हुआ है। हवाओं के साथ नमी आने के कारण पूर्वी मध्य प्रदेश में वर्षा के आसार बने हुए हैं। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक रविवार को जबलपुर, शहडोल संभाग के जिलों में तेज रफ्तार से हवाएं चलने के साथ कहीं-कहीं वर्षा हो सकती है।

शेष स्थानों पर मौसम शुष्क रहने के साथ ही तापमान में बढ़ोतरी भी होगी। इस बार अप्रैल माह में गर्मी के तेवर पिछले वर्षों की तुलना में तीखे रहने की संभावना है। साथ लू के दिनों की संख्या भी बढ़ सकती है। उधर शनिवार को सतना में लू चली। दमोह, खजुराहो, मंडला एवं सतना में गर्म रातें रहीं।

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मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ ईरान पर हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में बना हुआ है। एक अन्य पश्चिमी विक्षोभ पाकिस्तान के आसपास द्रोणिका के रूप में मौजूद है। इसके असर से राजस्थान पर एक प्रेरित चक्रवात बन गया है। दक्षिण-पश्चिम मध्य प्रदेश पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना है। इसके अतिरिक्त उत्तरी छत्तीसगढ़ से लेकर में मध्य से लेकर तमिलनाडु तक एक द्रोणिका बनी हुई है।

 

जबलपुर, शहडोल संभाग में बारिश का अलर्ट

 

मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि इन मौसम प्रणालियों के असर से मध्य प्रदेश में कहीं-कहीं वर्षा हो रही है। रविवार को जबलपुर, शहडोल संभाग के जिलों में कहीं-कहीं तेज रफ्तार से हवाएं चलने के साथ वर्षा होने की संभावना है। शेष क्षेत्रों में आंशिक बादल बने रह सकते हैं, लेकिन वातावरण शुष्क होने से दिन के तापमान में बढ़ोतरी होने लगेगी।

उधर तीन अप्रैल से एक नए पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत पहुंचने की संभावना है। शुक्ला के मुताबिक इस बात अप्रैल माह में गर्मी के तेवर काफी तीखे हो सकते हैं। कई शहरों में पारा 44 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक भी पहुंच सकता है। लू के दिनों की संख्या भी बढ़ सकती है।

 

महाकोशल-विंध्य में वर्षा व ओलावृष्टि

 

महाकोशल-विंध्य के जिलों में दो दिन से बढ़ी गर्मी के बीच शनिवार को उमरिया, सीधी और सतना जिले में ओलावृष्टि हुई है। वहीं छिंदवाड़ा, कटनी, दमोह, डिंडौरी में वर्षा हुई। कटनी में आकाशीय बिजली गिरने से एक की मौत हुई है। उमरिया जिले के करकेली जनपद क्षेत्र के ग्राम निगहरी में जमकर ओलावृष्टि हुई है। लगभग 45 मिनट तक वर्षा हुई और बीच-बीच में ओलावृष्टि होने से रबी की फसल को नुकसान हुआ है।

 

चंबल के 22 गांवों में ओलावृष्टि से फसलों को भारी नुकसान

 

चंबल अंचल के 22 गांवों में ओलावृष्टि से फसलों को भारी नुकसान हुआ है। मुरैना और भिंड जिले में शुक्रवार को हुई ओलावृष्टि ने खेतों में खड़ी और कटी रखी गेहूं व सरसों की फसल को बर्बाद कर दिया है। मुरैना जिले के 16 गांवों और भिंड जिले के करीब छह गांवों में 80 प्रतिशत तक फसलों को नुकसान हुआ है।

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